शुष्कता का अहसास Thursday, July 29, 2010 फिर वही दोराहा। इधर जाऊं या उधर। उलझन ही उलझन है। घर के उस पेड़ को देखता हूं जो रोज धीरे - धीरे ... अधिक पढ़ें »