ज्ञान की रोशनाई

जीवन में रास्ते टेड़े-मेड़े हैं। सही राह चुनने के लिए कोई ऐसा होना चाहिए जो हमारा मार्गदर्शन करता रहे। ताकि हम ठहरे न रह सकें। ताकि हमारी गति बनी रहे। ताकि हम स्वयं से ही हत्तोसाहित न हो सकें। ताकि हमारा जीवन सफलता से चलता रहे। ताकि हम जीवन की मुस्कान को समझ सकें और उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।

हमें चाहिए ज्ञान की रोशनाई। इससे हमारा जीवन नयी उम्मीदों के साथ आगे बढ़ेगा। अवरोध आयेंगे, लेकिन उनका सामना करने के लिए ज्ञान होगा।

मेरी अपनी समझ कहती है कि मुस्कान के साथ जीवन तभी जिया जा सकता है जब सब कुछ एक सुर में पिरोया गया हो। कहने का मतलब है कि जिंदगी के सफर में तारतम्यता की बहुत जरुरत है।

अपना रंग है, अपना ढंग है। हम नये नहीं हैं। हम युग को बदलने की सोच रहे हैं। नया संचार करने की कोशिश में जुटे हैं। उम्र जा रही है। धीरे-धीरे परिस्थतियां बदल रही हैं।

लेकिन चल रहा हूं मैं हौले-हौले अपनी ज्ञान की रोशनाई के साथ।

-harminder singh

previous posts :

जिंदगी की रोशनाई
..............................................................
..............................................................
माता-पिता और बच्चे
..............................................................
 कल्पना का उत्सव
..............................................................
बुद्धि और विवेक हैं सबसे बड़े सलाहकार 
..............................................................
जाते-जाते वह कितना सिखा गया
..............................................................
बरसात की सर्द रात  
..............................................................