बूंदें

rain drops vradhgram






















पत्तों से छनकर,
टपकती अनगिनत बूंदें,
इठलाती, मचलतीं,
बहे जाती बूंदें,

माथे से टकराकर,
तिड़क जाती बूंदें,
सिलवटों की गहराई,
गुजर जाती बूंदें,

टिप-टिप करतीं,
शोर मचाती बूंदें,
रोशनी की चमक में,
मुस्कराती बूंदें,

पेड़ के तने संग,
सरक जाती बूंदें,
प्यासी धरती में,
जीवन लाती बूंदें,

छपाक! छपाक! बच्चों संग,
गाती बूंदें,
निराश मन में भी,
उल्लास भर जाती बूंदें।

-Harminder Singh