‘जिंदगी आसान नहीं है। यदि ऐसा होता तो उम्र छोटी होती। मेरी समझ में जिंदगी रोचक है। हम उसके लिए जिम्मेदार हैं। क्यों रुके रहें, क्यों समय बर्बाद करते रहें। जब जिंदगी रुकने का नाम नहीं, तो जिंदगी का लाभ नहीं। मन से जिंदगी जियें हौंसला खुद-ब-खुद आ जायेगा। यह जिंदगी सिखाती भी है। सीखते जाइये और आगे बढ़ते जाइये। खुशहाली अपने आप दस्तक देती रहेगी। बस मुस्कराना मत छोड़िये।’
-हरमिन्दर सिंह चाहल.
(फेसबुक और ट्विटर पर वृद्धग्राम से जुड़ें)
हमें मेल करें इस पते : gajrola@gmail.com
वृद्धग्राम की पोस्ट प्रतिदिन अपने इ.मेल खाते में प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें
साथ में पढ़ें :
जिंदगी की मायूसी
जिंदगी की डोर